*🚩ॐ गुरूवे: नमः!🚩*
🌹 *आत्मप्रार्थना!*🌹
*🚩ॐ द्रां द्रीं द्रों स शुक्राय: नमः!🚩*
*🕉ॐ जय लक्ष्मी-नारायण सहित सद्गुरुदेवाय: चरण कमलेभ्यो: नमः!🕉*
*हे लक्ष्मी-पति!हे नारायण!हे सच्चिदानंदस्वरूप प्यारे प्रभु!हम सभी आपके श्रीचरणों में कोटिश: नमन करते है!हे दयाओं के अनन्त सागर!आप पल-प्रतिपल हम सब प्राणियों पर कृपा-वृष्टि कर रहे है!आप प्रेमपूर्ण होकर ही सृष्टि का निर्माण करते है और सृष्टि का संहार भी आपके प्रेमपूर्ण हाथो से ही होता है!*
*प्राणिमात्र के प्रति प्रेम से ओत-प्रोत होकर आप सृष्टि के नियमों की रचना करते है!जो प्राणी आपके नियमों के अनुकूल आचरण करता है उसकी झोली सुख और आनन्द से सदा भरी रहती है!*
*हे जगदीश्वर!हम आपके कल्याणमय तेज स्वरुप का ध्यान धरते है और याचना करते है कि हमें ऐसी मानसिक सामर्थ्य प्रदान करें कि हम हमेशा आपके ही नियमों पर चलते रहें!आलस्य व् प्रमाद हम पर कभी हावी न हो!*
*हे मेरे प्यारे प्रभु!हमें दुःखो से,कष्टों से मुक्त करें किन्तु अपने प्रेम बंधन से कभी अलग न होने दे!अब वैराग्य जागृत कर दीजिये!हमें ऐसा ज्ञान और विवेक प्राप्त हो जिससे हम अपने कर्तव्यों को तो निभायें लेकिन मोह-ममता हमारे मन में जागृत न हो!*
*हे नारायण!अपनों के प्यार में पड़कर हम कोई गुनाह न करें!भले ही अपने संबंधियों को ज्यादा धन-सम्पदा सुख-सुविधाएँ न दे सके,पर अच्छे संस्कार और मर्यादा जरूर देकर जायें!*
*हे भगवन!ये दुनिया हमसे छूट जाये पर आपका धाम हमें प्राप्त हो जाये!यही हमारी आपके श्रीचरणों में प्रार्थना है,इसे स्वीकार करें!हे नारायण!आपके सभी बच्चें सदा सुखी,स्वस्थ,दीर्घायु,सम्पन्न,सफल व खुशहाल रहें!सभी का हर दिन शुभ,मंगलमय,सुखमय,भक्तिमय व कल्याणकारी हो!सादर हरि ॐ जी!जय गुरुदेव!जय श्रीराम!🚩🌹🕉🙏🏻*